स्वस्थ रहने के 10 नियम -राजीव दिक्षितजी ||10 rules for staying healthy -Rajiv Dixit

राजीव दीक्षित को आयुर्वेद का राजा कहा जाता है। उन्होंने आयुर्वेदिक तरीकों से शारीरिक बीमारियों को सही करने के उपाय बताएं हैं।

स्वस्थ रहने के 10 नियम -राजीव दिक्षितजी ||10 rules for staying healthy -Rajiv Dixit

1.रात को दाँत साफ करके सोये। सुबह उठ कर गुनगुना पानी

बिना कुल्ला किए बैठकर, चूंट-घूट करके पीये। एक दो गिलास जितना आप सुविधा से पी सकें उतने से शुरुआत करके, धीरे -धीरे बढ़ा कर सवा लीटर तक पीना हैं।

2.भोजनान्ते विषमबारी अर्थात् भोजन के अंत में पानी पीना विष

पीने के समान हैं। इस लिए खाना खाने से आधा घंटा पहले और डेढ़ घंटा बाद तक पानी नहीं पीना। डेढ़ घंटे बाद पानी जरूर पीना

3.पानी के विकल्प में आप सुबह के भोजन के बाद मौसमी फलों

का ताजा रस पी सकते हैं, दोपहर के भोजन के बाद छाछ और अगर आप ह्रदय रोगी नहीं हैं तो आप दहीं की लस्सी भी पीसकते हैं। शाम के भोजन के बाद गर्म दूध। यह आवश्यक हैं कि इन चीजों का क्रम उलट-पलट मत करें।

4.सुबह का भोजन सूर्योदय के दो से तीन घंटे के अन्दर खा लेना

में सूर्योदय का समय देख लें और फिर भोजन का समय निश्चित कर लें। सुबह का भोजन पेट भर कर खाएं। अपना मनपंसद खाना सुबह पेट भर कर खाएं।


5.पानी जब भी पीये बैठ कर पीयें और चूंट-घूट करके पीये

फ्रीजर का पानी कभी ना पीये। गर्मी के दिनों में मिट्टी के घड़े का पानी पी सकते हैं।

 6.दोपहर का भोजन सुबह के भोजन से एक तिहाई कम करके

खाएं, जैसे सुबह अगर तीन रोटी खाते हैं तो दोपहर को दो खाएं। दोपहर का भोजन करने के तुरंत बाद बाई करवट लेट जाए, चाहे तो नींद भी ले सकते हैं, मगर कम से कम 20 मिनट अधिक से अधिक 40 मिनट। 40 मिनट से ज्यादा नहीं।

7.इसके विपरीत शाम को भोजन के तुरंत बाद नहीं सोना। भोजन

के बाद कम से कम 500 कदम जरूर सैर करें। संभव हो तो रात का खाना सूर्यास्त से पहले खा लें। भोजन बनाने में फ्रीजर, माइक्रोवेव ओवन, प्रेशर कूकर तथा एल्युमीनियम के बर्तनों का प्रयोग ना करें।

8.खाने में रिफाइन्ड तेल का इस्तेमाल ना करें। आप जिस क्षेत्र में

रहते हैं वहाँ जो तेल के बीज उगाये जाते हैं उसका शुद्ध तेल प्रयोग करें, जैसे यदि आपके क्षेत्र में सरसों ज्यादा होती हैं तो सरसों का तेल, मूंगफली होती हैं तो मूंगफली का तेल, नारियल हैं तो नारियल का तेल। तेल सीधे सीधे घानी से निकला हुआ होना चाहिए।

9.खाने में हमेशा सेंधा नमक का ही प्रयोग करना चाहिए, ना कि आयोडिन युक्त नमक का। चीनी की जगह गुड़, शक्कर, देसी खाण्ड या धागे वाली मिश्री का प्रयोग कर सकते हैं।

- कोई भी नशा ना करें, चाय, काफी, मांसाहार, मैदा, बेकरी

उत्पादों का उपयोग नहीं करना चाहिए।

10.रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध दाँत साफ करने के बाद

पीये।

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